शिमला-04 दिसंबर (rhnn) : हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार के एक साल के जश्न से पहले प्रदेश की सियासत गरमा गई है। सोमवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि वे सरकार के इस कार्यक्रम से अंजान हैं। उन्होंने कहा कि समारोह को लेकर सरकार ने मुझसे कोई चर्चा नहीं की, न ही मुझे विश्वास में लिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं की लगातार अनदेखी से 2024 की डगर मुश्किल होगी। उन्होंने बेबाकी से कहा कि संगठन के काम करने पर ही सरकार बनती है। सरकार के होते हुए संगठन को नजरअंदाज किया जाना ठीक बात नहीं है। मुख्यमंत्री संगठन से निकले हुए हैं। सुखविंद्र सिंह सुक्खू खुद बोलते हैं कि मैं एनएसयुआई और युवा कांग्रेस से निकला हूं। अच्छा होता कि मुख्यमंत्री संगठन के साथ तालमेल को बनाए रखते। उन्होंने कहा कि संगठन का भी मनोबल बढ़ाने की जरूरत है तभी आगामी लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज होगी। कहा कि वर्तमान में पार्टी कार्यकर्ता निराश हैं उनके काम नहीं हो रहे। सक्रिय कार्यकर्ताओं को सरकार में अच्छे पद दिए जाने चाहिए। प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए परिवारों की सरकार ने पूरी मदद की है। केंद्र सरकार की ओर से कोई मदद नहीं दी गई। सुक्खू सरकार ने अपने सीमित संसाधनाें से प्रभावितों को मदद पहुंचाई। आपदा राहत के लिए 4500 करोड़ का पैकेज देने के लिए सरकार बधाई की पात्र है।
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान ने हिमाचल के सर्द मौसम में राजनीति गरमा गई है। बीते कुछ माह से संगठन की अनदेखी को लेकर शिमला से दिल्ली तक लगातार आवाज उठाती रहीं प्रतिभा सिंह सोमवार से दिल्ली में शुरू हुए संसद के शीत सत्र में शामिल होने की जगह अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर निकल गई हैं। मंगलवार से प्रतिभा सिंह मंडी के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर रहेंगी।
बता दें कि प्रदेश सरकार 11 दिसंबर को एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर धर्मशाला में जश्न मनाएगी। धर्मशाला के पुलिस मैदान में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय रैली को ‘व्यवस्था परिवर्तन का एक साल’ नाम दिया गया है।