शिमला, 01 नवंबर (RHNN) : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग शिमला ने शहरी क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता क्षमता बढ़ाने के लिए शनिवार को विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला डॉ. यश पाल रांटा की देखरेख में आयोजित इस सत्र में शहर की 36 आशा कार्यकर्त्ताओं को आशा प्रशिक्षण मॉड्यूल 6 एवं 7 के तहत जीवन रक्षा एवं जीवन रक्षक कौशल की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान आशा कार्यकर्त्ताओं को मां एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य, प्रसव पूर्व और प्रसव उपरांत देखभाल, नवजात की तुरंत देखरेख, आवश्यक परामर्श, पोषण तथा घर-घर समुदाय आधारित स्वास्थ्य सेवाओं की भूमिका पर विस्तृत रूप से प्रशिक्षित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग और आमजन के बीच महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से शहरी क्षेत्र के लोगों को मां और बच्चों से संबंधित स्वास्थ्य सेवाएं और सही जानकारी अधिक प्रभावी ढंग से मिल सकेगी। स्वास्थ्य विभाग ने उम्मीद जताई है कि प्रशिक्षित आशा कार्यकर्ता अब सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और जरूरतमंद परिवारों तक सेवाएं पहुंचाने में और अधिक सक्रिय एवं सक्षम भूमिका निभाएंगी।

