शिमला-10 मई (rhnn) : प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा और हिमपात से समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में है। मनाली में 1987 के बाद मई में अधिक ठंड दर्ज की गई है। यहां न्यूनतम के साथ अधिकतम तापमान कम दर्ज किया गया। 1987 में मनाली में न्यूनतम तापमान एक से 9 मई के बीच 5.5 से 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि इस साल इसी अवधि में न्यूनतम तापमान 5.0 से 10.8 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। शिमला, पालमपुर में भी 1987 के बाद अधिकतम व न्यूनतम तापमान कम दर्ज किया जा रहा है।
मंगलवार को भी ऊंचे क्षेत्रों में हिमपात व निचले क्षेत्रों में वर्षा हुई। इस दौरान प्रदेश में कई स्थानों पर नुकसान हुआ है। प्रदेश में केलांग में 12 सेंटीमीटर, कल्पा में 4 सेंटीमीटर हिमपात हुआ। किन्नौर जिला के पर्यटन स्थल छितकुल, आसरंग, रोपा में करीब छह इंच ताजा हिमपात हुआ है। चंबा के भरमौर में 23 मिलीमीटर, रिकांगपिओ में 19, केलंग में 16, शिमला में 13 मिलीमीटर वर्षा हुई।अप्रैल और मई में वर्षा व ओलावृष्टि के कारण गेहूं के अलावा लहसुन सहित सेब और गुठलीदार फलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है।