शिमला 28 अगस्त, 2025 (RHNN) : धरेच पंचायत के नागपुर स्थित प्राचीन नाग मंदिर में पांच दिवसीय शिव शक्ति नागेश्वर महायज्ञ वीरवार को पूर्ण आहुति के साथ सम्पन्न हो गया। इस दौरान मंदिर प्रांगण भक्ति और आस्था से सराबोर रहा। महायज्ञ की शुरुआत 24 अगस्त को हुई थी। प्रथम दिन जयईश्वरी माता मंदिर, धरेच से 151 महिलाओं ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ शोभायात्रा निकाली और लगभग चार किलोमीटर नंगे पांव चलकर बावड़ी से जल कलश नाग मंदिर तक पहुंचाए।
पांचों दिन सुबह हवन, यज्ञ और शाम को कथा प्रवचन का आयोजन हुआ। कथाव्यास श्री श्री 108 रामसुखदास (वेदांती) आचार्य जी महाराज ने नागेश्वर भगवान की लीलाओं और पुराणों से जुड़े प्रसंगों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने कहा कि आज के युग में धर्म, सुसंस्कार और वेद-पुराणों का अध्ययन जीवन में आवश्यक है ताकि समाज में व्याप्त कुरीतियों और नैतिक पतन को रोका जा सके।
बालयोगी संत श्री कनैहया दास फलाहरी ने बताया कि प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से कम नुकसान और विश्व शांति की कामना के लिए इस महायज्ञ का आयोजन किया गया। 27 अगस्त को जयईश्वरी माता का विशेष आगमन भी नागपुर नाग मंदिर में हुआ। रिषि पंचमी के पावन अवसर पर माता का विशेष पूजन हुआ और रातभर माता ने अस्थायी मौड़ में विराजमान होकर भक्तों को आशीर्वाद दिया। पंचायत व आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालुओं ने पांच दिवसीय अनुष्ठान में भाग लिया। समापन अवसर पर महाप्रसाद का वितरण किया गया।