शिमला-26 जुलाई (rhnn) : नगर निगम शिमला की मासिक बैठक में पानी के मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा पार्षद हाउस के भीतर ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। दरअसल, शिमला में पिछले दो सप्ताह के दौरान लोगों को चार से आठ दिन बाद पानी मिल रहा है। यही नहीं कई क्षेत्रों में रात दो तीन बजे तक सप्लाई दी जा रही है।इससे शिमला के लोग परेशान है। इसी मुद्दे को MC हाउस में भाजपा पार्षदों ने जोरदार ढंग से उठाया। भाजपा पार्षदों ने इसे नगर निगम शिमला की मिस मैनेजमेंट बताया। पानी के मुद्दे को रूल्दूभट्टा वार्ड से भाजपा पार्षद सरोज ने सबसे पहले उठाया। उन्होंने पानी पिक एंड चूज की नीति के आधार पर देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गाद का बहाना न बनाया जाए, क्योंकि ये गाद हर साल आती है। आज टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके गाद की समस्या को छुटकारा पाया जा सकता है। भाजपा पार्षद कमलेश ने कहा कि कांग्रेस राज में पहले वीवीआईपी को पानी दिया जा रहा है। आम जनता को कई कई दिनों बाद पानी मिल रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिमला में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। इससे लोग परेशान है।
महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह स्थिति प्राकृतिक आपदा के कारण पैदा हुई है। नदियों में गाद आने से पानी की लिफ्टिंग बंद हो गई थी। इस वजह से जनता को परेशानी हुई है। अब धीरे धीरे हालात सामान्य हो रहे है।