शिमला 12 अक्टूबर (RHNN) : शहर के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में रविवार को उस वक्त माहौल तालियों से गूंज उठा, जब लिटिल जीनियस प्ले स्कूल के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। स्कूल ने अपने 10वें वार्षिकोत्सव के मौके पर सांस्कृतिक विविधता और बाल प्रतिभा का शानदार संगम पेश किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद बच्चों ने पंजाबी भांगड़ा, हिमाचली नाटी, गुजराती गरबा, कश्मीरी लोकनृत्य और हरियाणवी डांस जैसी प्रस्तुतियों से देश की एकता में विविधता का सुंदर संदेश दिया। बच्चों की ‘रामायण’ पर आधारित नृत्य नाटिका कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही, जिसमें बाल कलाकारों ने अद्भुत आत्मविश्वास और अभिनय कौशल का परिचय दिया।
प्रधानाचार्या हीना जोशी ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि बीते एक दशक में स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों के सहयोग को स्कूल की सफलता का आधार बताया। कार्यक्रम में समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक राजेश शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने बाल्यावस्था शिक्षा में स्कूल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि “बच्चों को मोबाइल की दुनिया से निकालकर खेल और रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाए, ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके।”
न्यू शिमला की पार्षद आशा शर्मा, आर.के.एम.वी कॉलेज की पूर्व प्राचार्य विपिन गुप्ता और आई.जी.एम.सी. की सहायक प्रोफेसर पायल महाजन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता टी.सी. शर्मा ने की, जबकि निदेशक प्रदीप गांधी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने शैक्षणिक, खेल, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन बच्चों की मासूमियत और ऊर्जा से ऐसा सजा कि दर्शक देर तक गेयटी थिएटर की तालियों में डूबे रहे।