शिमला-05 अप्रैल (RHNN) : हिमाचल कांग्रेस संगठन में बदलाव को लेकर एक बार फिर से चर्चाएं शुरू हो गई हैं। सूत्रों की मानें तो प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंद्र सुक्खू को दिल्ली तलब किया और उनसे संगठन में बदलाव को लेकर चर्चा की। इसके बाद संगठन में फेरबदल को लेकर चर्चाओं का बाजार खूब गरम है।हालांकि मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को हटाने के लिए विरोधी खेमा लंबे समय से कई बार इस तरह की चर्चाओं को हवा देता रहा है, लेकिन इस बार संगठन में बदलाव तय माना जा रहा है क्योंकि डेढ़ सप्ताह पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी भी राज्य के वरिष्ठ नेताओं से संगठन में बदलाव को लेकर चर्चा कर चुकी हैं और कुलदीप राठौर का कार्यकाल भी पूरा हो गया है।
चर्चा यह है कि मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंद्र सिंह सुक्खू को पार्टी आलाकमान अहम जिम्मेदारी सौंप सकती है। मुकेश अग्निहोत्री को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष तो सुक्खू को नेता प्रतिपक्ष या फिर चुनाव प्रचार कमेटी का चेयरमैन बनाया जा सकता है। वर्तमान में मुकेश अग्नहोत्री नेता प्रतिपक्ष है लेकिन सुक्खू के पास कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं है। इसी तरह कांग्रेस तीन कार्यकारी अध्यक्ष को लेकर भी विचार कर रही है।सूत्रों के मुताबिक वीरभद्र सिंह का परिवार मुकेश अग्नहोत्री को अध्यक्ष बनाने की पैरवी कर रहा है, जबकि एक धड़ा सुक्खू को अहम जिम्मेदारी सौंपना चाह रहा है। मुकेश अग्निहोत्री को इसलिए वीरभद्र परिवार का समर्थन मिल रहा है क्योंकि उनकी वीरभद्र सिंह से नजदीकियां रही है, जबकि सुक्खू को वीरभद्र सिंह का कटर विरोधी माना जाता था।
प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस जल्दबाजी में कोई निर्णय न लेकर सोच-समझ से संगठन में बदलाव करेगी क्योंकि विधानसभा जल्दबाजी में बदलाव से संगठन में गुटबाजी बढ़ सकती है। इसलिए सभी नेताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। इसी कड़ी में राजीव शुक्ला ने दो वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली तलब कर उनसे बैठक की है। बाद में यह फीडबैक कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी जाएगी। संगठन में बदलाव को लेकर अंतिम निर्णय भी सोनिया गांधी ही लेंगी।