कुल्लू-05 अप्रैल (RHNN) : देशभर में नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने बाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है।जहां पर प्रदेश सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के हर जिला में शिक्षा के मूलभूत ढाचें को सदृड़ किया जा रहा है लेकिन दूसरी तरह शिक्षा विभाग में हजारों खाली पदों को भरने के लिए सरकार संजीदगी नहीं दिखा रही है इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते है कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग में 2 फरवरी 2020 को शास्त्री के 1182 पदो के लिए भर्ती निकाली थी। जिसमें 50 प्रतिशत वैच वाईज औ 50 प्रतिशत कमीशन के तहत होनी थी। जिसमें कमीशन की लिखित परीक्षा दिसंबर 2020 में हुई और उसका रिजन्ट 23 दिसंबर 2021 को घोषित किया गया लेकिन उसके बाद 4 माह के बाद भी कमीशन पास किए 582 चयनित अभियाथियों सरकार ने तैनाती नहीं दी है। प्रदेश सरकार कर बेरूखी के कारण अभियार्थियों को मानसिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है और दूसरी तरह स्कूलों में शास्त्री के खाली पद होने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है ऐसे में अभियार्थियों ने सरकार से जल्द तैनाती देने की मांग की है।
शास्त्री चयनित अभियार्थी हीरा लाल शर्मा ने कहाकि प्रदेश सरकार ने दिंसबर 2020 में शास्त्री के 1182 के पदों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन निकाली थी। जिसमें 50 प्रतिशत शास्त्री पदो क भर्ती वैच वाईज और 50 प्रतिशत भर्ती सर्विस सलेक्शन कमीशन के तहत भरा जाना था और सरकार ने वैचवाईज भर्ती 582 पदों के लिए 2020 में की लेकिन सर्विस सलेक्शन कमीशन ने 2020 दिसबंर में लिखित परीक्षा करवाई जिसका रिजल्ट 1 साल के बाद दिसंबर 2021 में निकाला और उसके 4 माह के बाद भी शास्त्री चयनित अभियार्थियों को तैनाती नहीं मिली है।उन्होंने कहाकि प्रदेश के 582 अभियार्थियों को रोजगार के लिए दर दर ठोखरी थानी पड़ रही है ऐसे में कई बार मुख्यामंत्री व शिक्षामंत्री से जल्द तैनात करने के लिए गुहार लगाई है।उन्होंने कहाकि मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री से हम मांग करते है कि शास्त्री पदों पर चयनित अभियार्थियों को जल्द तैनाती देकर राहत दें ।
चयनित अभियार्थी किरन वौद्व ने कहाकि प्रदेश सरकार ने 2018-19 में शास्त्री पदों के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया को 2 साल के बाद रिजल्ट निकाला जिसके बाद 23 दिसंबर 2021 को रिजल्ट निकालने के 4 माह के बाद भी तैनाती नहीं मिली है।उन्होंने कहाकि रिजल्ट के 1 माह के भीतर नियुक्तियां होनी चाहिए लेकिन सरकार ने 4 माह के बाद भी पूरा नहीं किया है।उन्होंने कहाकि इसको लेकर मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री से मिलकर जल्द नियुक्ति की मांग की है।उन्होंने कहाकि सरकार अपैल माह में शास्त्री चयनित अध्यापकों को नियुक्त दे ताकि स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई रूचारू रूप से चल सके।