शिमला-17 सितंबर (rhnn) : हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार जनता को जख्म पर जख्म दे रही है। प्रदेश की जनता एक ओर जहां आपदा से जूझ रही है तो दूसरी ओर प्रदेश सरकार जनता पर महंगाई का बोझ लादने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार ने कुछ दिन पहले डीजल पर तीन रुपए वैट बढ़ाया था तो अब सरकार ने सीमेंट की एक बोरी पर भी 3 रुपए का टैक्स बढ़ा दिया है। जिससे प्रदेशवासियों पर दोहरी मार पड़ रही है। प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से 13 हजार से अधिक मकान टूटे हैं। हजारों मकान क्षतिग्रस्त हैं। जिससे लोगों का अपने आशियानों का पुनर्निर्माण करना महंगा हो गया है। पहले 50 किलो के सीमेंट के बैग पर 7 रुपए 50 पैसे की दर से टैक्स लिया जाता था। अब इसकी दर को बढ़ाकर 11.50 रुपए प्रति 50 किलो किया गया है। यानी लोगों को सीमेंट पहले के मुकाबले 3 रुपए ज्यादा महंगा मिलेगा। शिमला में अल्ट्रा टैक व एसीसी सीमेंट 480 रुपए प्रति बैग मिल रहा है। बांगड़ा सीमेंट व अन्य सीमेंट 5 से 7 रुपए सस्ते हैं। अब यह सभी सीमेंट तीन रुपए महंगा हो गया है।
बता दें कि सीमेंट का उत्पादन करने वाली कुछ कंपनियों ने पहले ही सीमेंट के दाम बढ़ाने के आदेश अपने स्टॉकिस्ट और डिस्ट्रीब्यूटर को जारी किए थे। अब शनिवार देर शाम सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना ने दाम में और इजाफा कर दिया है। सीमेंट के दाम बढ़ाने का मामला पिछली बीजेपी सरकार के समय भी खूब चर्चा में रहता आया है। अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भी सीमेंट के दाम में बढ़ोतरी हो गई है। अब कल से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के दौरान भी महंगाई के मुद्दे पर सदन में हंगामा देखने को मिल सकता है।