शिमला-28 मई(rhnn) : शिमला के जंगलों में लगी आग का दायरा बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि टूरिस्टों के लिए अहम शिमला चारों तरफ जंगल की आग से घिर गया है। लपटें शिमला के रिहाइशी इलाकों के नजदीक पहुंच गई हैं। जंगलों के धू-धूकर जलने के कारण आसपास के लोग धुएं से बेहाल हैं। लोगों का कहना है कि जैसी आग इस बार दिखी है, वैसी पहले कभी नहीं देखी गई।
लंबे समय से बारिश नहीं होने और मौसम शुष्क रहने से जंगल की घासफूस और सूखी झाड़ियां आग के लिए ईंधन का काम करती हैं। चीड़ यानी Pines के जंगल इसमें घी का काम कर रहे हैं। शिमला में पिछले कई दिनों से जंगलों में आग लगी हैं, लेकिन हवाएं तेज चलने से ये और भड़क गई। शिमला के तारादेवी-संकट मोचन, टूटीकंडी, भराड़ी, केल्टी-बरमु, नालदेहरा, मशोबरा इलाकों के जंगलों में आग का तांडव देखने को मिल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अग्नि शमन विभाग के पास कर्मचारियों की कमी है तथा होम गार्ड के जवानो को इलेक्शन ड्यूटी पर भेज दिया गया है। अग्नि शमन की गाड़ियां link-road पर उतर नहीं पा रही हैं, क्योँकि वह बहुत पुरानी हैं और उनकी condition खराब है, जिससे स्थानीय लोगो को आग बुझाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
केल्टी-बरमु के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए पंचयत के (प्रधान) कमली राम , (उप-प्रधान) सुदेश कुमार, मेंबर सुशीला, इंदु शर्मा , केशव शर्मा , व् स्थानीय निवासी इशू , पुष्पेंदर , भूपेंदर , आशीष जिष्टू, हेमू , कमल ठाकुर, अंकुश, शिशुपाल , सत्य पाल, प्रेम, ललित शर्मा व् अन्य लोगो ने अग्नि शमन विभाग व् पुलिस के अधिकारिओं के साथ मुस्तैदी से सहयोग किया । स्थानीय लोगो का कहना है की आग लगाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ।