शिमला 01 सितम्बर 2025 (RHNN) : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला में नेत्ररोग रोग विभाग और स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांस्प्लांट आर्गेनाइजेशन (सोटो) की ओर से नेत्रदान पखवाड़े के अंतर्गत एक सम्मान नेत्रदाता परिवार सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन परिजनों को सम्मानित किया गया जिन्होंने अपने स्वजनों के निधन के बाद नेत्रदान कर समाज में नई रोशनी बांटने का कार्य किया। कार्यक्रम में आईजीएमसी की प्राचार्य डॉ सीता ठाकुर बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में डॉ सीता ठाकुर ने नेत्रदान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक व्यक्ति का नेत्रदान दो नेत्रहीनों को दृष्टि दे सकता है। नेत्रदाता के परिवार आई बैंक के साथ मिलकर नेत्रदान करने के लिए लोगों को जागरुक करने में बेहतर भूमिका अदा कर सकते हैं।आईजीएमसी प्रशासन ने नेत्रदाता परिवारों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किए। इसमें शिमला के 4 नेत्रदाता के परिवारों के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में स्मृति चिन्ह ग्रहण करते हुए परिजन भावुक हो गए। नेत्रदाता ललित मोहन के सुपुत्र अतुल तांगरी ने कहा कि पिता जी की मृत्यु चंडीगढ़ में हुई तो नेत्रदान करने के लिए आईजीएमसी की टीम ने सहायता की। शव को शिमला पहुंचा कर आई बैंक की टीम ने बिना देरी किए नेत्र निकाले और जरूरतमंद को ट्रांसप्लांट किए। वहीं नेत्रदाता युद्धवीर की पत्नी ने भावुक होकर कहा कि मेरे पति जाते जाते किसी के जीवन में उजाला कर गए। नेत्रदाता मंजीत कौर के सुपुत्र समाजसेवी सर्वजीत सिंह बॉबी ने कहा कि मरने के बाद परिजनों की भूमिका अहम होती है। परिजनों को नेत्रदान की महता समझनी होगी। नेत्रदाता शेर सिंह के सुपुत्र अशोक ने बताया कि पिताजी के नेत्रदान करने से समाज में सकारात्मक संदेश गया। अधिकतर लोगों ने इस पुनीत कार्य की सराहना की।
इस मौके पर नेत्र विभाग अध्यक्ष डॉ रामलाल ने लोगों से आगे आकर नेत्रदान करने की अपील की और कहा कि यह महादान किसी जरूरतमंद के जीवन में नई उम्मीद की किरण जगाता है। इस अवसर पर आईजीएमसी के एमएस डॉ डॉ राहुल राव, सोटो के नोडल अधिकारी व सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ पुनीत महाजन, नेत्ररोग विभाग के डॉ विनोद कश्यप, डॉ विनोद शर्मा, डॉ प्रवीण पंवर, डॉ विनय गुप्ता, डॉ कल्पना, डॉ आरती सरीन और डॉ दीप्ति परमार , डॉ सारिका सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। नेत्रदान पखवाड़े के तहत आयोजित पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में डॉ हितैषी अव्वल रही। द्वितीय स्थान पर डॉ अनन्या व डॉ अंशु और तीसरे स्थान पर डॉ कुशा व डॉ नवप्रीत वहीं सांत्वना पुरस्कार डॉ शांभवी और डॉ अंकुश को मिला।