शिमला-29 मई (rhnn) : एक माह पहले कसुम्पटी से लापता हुए 17 वर्षीय नाबालिग का पुलिस चौकी के समीप ही पेड़ पर शव लटका मिलने के बाद अब गुमशुदगी के इस मामले को हत्या में बदल दिया गया है। नाबालिग के अपहरण के मामले में अब मर्डर की धारा भी जोड़ दी गई है। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शनिवार देर सायं एसपी कार्यालय के बाहर शव रखकर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान एसपी ने स्वयं मौके पर जाकर परिजनों व लोगों को समझाया। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कसुम्पटी चौकी प्रभारी व अपहरण के केस की जांच करने वाले जांच अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पैंड कर दिया है जबकि जांच के लिए पुलिस अधीक्षक ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में उच्च स्तरीय टीम गठित कर दी है, जिसमें 2 इंस्पैक्टर और एक सब इंस्पैक्टर शामिल है। इस टीम की मॉनीटरिंग एसपी स्वयं करेंगे। चूंकि इस मामले में नाबालिगों के नाम सामने आ रहे हैं, जिस पर पुलिस इस मामले की जांच वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर कर रही है। पोस्टमार्टम करवाने और फोरैंसिक टीम द्वारा साक्ष्य जुटाए गए हैं और इन्हें आधार बनाकर इस मामले की पूरी जांच होगी। पुलिस चौकी कसुम्पटी में सोलन से शिमला अपने जीजा के पास आए 17 वर्षीय अभिषेक पुत्र वीर सिंह निवासी गांव बालीकोटी तहसील शिलाई,जिला सिरमौर को 29 अप्रैल को अंतिम बार यहां देखा गया और उसके बाद उसका कहीं कोई पता नहीं चल सका। पुलिस ने इसके लिए एएसपी व डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीमों ने सर्च अभियान चलाया, जिसके लिए ड्रोन की भी मदद ली गई, वहीं शिमला शहर व यहां से बाहर जाने वाले रास्तों की सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाली गईं तथा शिमला से लेकर सोलन, सिरमौर व चंडीगढ़ व अन्य जगहों में भी तलाश की, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लग सका।पुलिस चौकी कसुम्पटी में सोलन से शिमला अपने जीजा के पास आए 17 वर्षीय अभिषेक पुत्र वीर सिंह निवासी गांव बालीकोटी तहसील शिलाई, जिला सिरमौर को 29 अप्रैल को अंतिम बार यहां देखा गया और उसके बाद उसका कहीं कोई पता नहीं चल सका। पुलिस ने इसके लिए एएसपी व डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीमों ने सर्च अभियान चलाया, जिसके लिए ड्रोन की भी मदद ली गई, वहीं शिमला शहर व यहां से बाहर जाने वाले रास्तों की सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाली गईं तथा शिमला से लेकर सोलन, सिरमौर व चंडीगढ़ व अन्य जगहों में भी तलाश की, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लग सका।
पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव गांधी ने बताया कि नाबालिग लड़के के अपहरण के मामले में अब हत्या की धारा जोड़ दी गई है और स्पैशल टीम का गठन करते हुए चौकी प्रभारी व एक अन्य पुलिस कर्मी को सस्पैंड कर दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व एफएसएल की रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच को तेज किया जाएगा। इस मामले में नाबालिगों के नाम भी संदेहास्पद हैं, इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए वैज्ञानिक तरीकों से इसकी गहनता से तफ्तीश की जा रही है।