शिमला-11 सितंबर (rhnn) : सितंबर में होने वाले विधानसभा का मॉनसून सत्र में जोरदार हंगामा देखने को मिलेगा। एक ओर जहां विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस को घेरने की पूरी तैयारी कर दी है तो दूसरी ओर सत्तासीन कांग्रेस सरकार ने भी जबाब देने की पूरी रणनीति बनाई है। बता दें कि 18 सितंबर से 25 सितंबर तक चलने वाले मानसून सत्र में कुल सात बैठकें होंगी। इस बार सत्र शनिवार को भी लगेगा। जिसमें अभी तक विधायकों ने विधानसभा सचिवालय को 523 तारांकित प्रश्न, 160 अतारंकित प्रश्न और 13 नोटिस भेज दिए गए हैं। मौजूदा सुक्खू सरकार का यह पहला मॉनसून सत्र होगा जबकि कार्यकाल के यह दूसरा सत्र होगा।
दरअसल, भाजपा आरोप लगा रही थी कि सत्र जल्द बुलाकर बारिश से हुए नुकसान पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए। जब सत्र बुलाया नहीं जा रहा था तो भाजपा ने यह आरोप भी लगाने शुरू कर दिए थे कि सुक्खू सरकार सत्र बुलाने से टल रही है। सरकार नहीं चाहती कि बारिश और बदल फटने से हुए नुकसान की जानकारी सही रूप से लोगों के सामने आए। हालांकि कांग्रेस के कुछ नेता तो विशेष सत्र बुलाने की मांग करने लगे थे। विधानसभा सत्र इसलिए भी हंगामेदार होगा कि सत्तापक्ष और विपक्ष के तरकश में काफ़ी तीखे तीर दिखने लगे हैं। विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर का कहना है कि मानसूनी आपदा में लोगों को राहत देने में सरकार विफल रही है। कांग्रेस सरकार के मंत्री शिमला से बाहर निकलने में गुरेज कर रहे हैं, जिन ग्रामीण सड़कों और राज मार्गों को खोला जा सकता था, उन्हें खोलने भी प्रदेश का लोक निर्माण विभाग विफल रहा है। जिस कारण सेब बगीचों से बाहर नहीं आ पाया है। अभी लोग प्रदेश में जहां कहां फंसे पड़े हैं। सरकार का कहना है कि राहत और खाद्य सामग्री फंसे हुए लोगों हर जरिए से पहुंचाई जा रही है। चाहे उसे पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ही क्यों न लेनी पड़ी हो। इसके अलावा आपदा के समय प्रभावितों को समय पर राहत न मिलने पर भी सरकार को घेरने की तैयारी की है साथ ही सरदार पटेल विवि का दायरा कम करने,स्कूलों को डिनोटिफाइ करने समेत कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी की है।
उधर,कांग्रेस का मत है कि राहत पर केंद्र ने जितनी घोषणाएं की, उतनी मिली नहीं है। भाजपा बेवजह श्रय लेने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री दिल खोलकर हिमाचल की आर्थिक मदद कर रहे हैं पर अन्य राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री हिमाचल को मदद के लिए आगे नहीं आ रहे है। इसी वजह से कहा जा रहा कई कि हिमाचल विधानसभा सत्र में दोनों तरफ गरमा गर्मी का माहौल बना रहेगा।