शिमला-14 नवंबर (rhnn) : क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है। एसआईटी ने करोड़ों की ठगी मामले में आरोपियों की सात गाडिय़ां जब्त की हैं। क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में एसआईटी की कार्रवाई लगातार जारी है। करोड़ों के क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में एसआईटी ने अब तक चार पुलिस कर्मियों समेत 18 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इसके आलावा एसआईटी ने अब तक 12 करोड़ की प्रॉपटी फ्रीज की है, जिसमें क्रिप्टो करंसी ठगी मामले के मास्टरमाइंड सुभाष शर्मा की तीन करोड़ प्रॉपटी मंडी और जीरकपुर में फ्रीज की गई है। डीजीपी ने बताया कि करोड़ों की इस ठगी में कई सरकारी कर्मचारी और पुलिस कर्मी शामिल हैं। एसआईटी की जांच में पता चला है कि पुलिस कर्मी पहले इन्वेस्टर बने और फिर एजेंट बन गए। क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी सुनील स्याल भी इस ठगी का किंग पिन है। एसआईटी ने क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में वेबसाइट डीकोट कर ली गई हैं, जिसमें कई ट्रांजेक्शन मिले हैं। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि शातिर बाहरो-बाहर लोगों को पैसा वापस कर रहे हैं।
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि एसआईटी क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में लोगों से दो करोड़ से ज्यादा ठगने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है। अभी तक की जांच में पता चला है कि 70 से 80 लोगों ने दो करोड़ से अधिक लाभ कमाया है। डीजीपी ने बताया कि एसआईटी ने अब आरोपियों की सात गाडिय़ां जब्त की हैं। डीजीपी ने कहा कि क्रिप्टो करंसी ठगी मामले में राम कुमार की किया सोननेट कार, कृष्ण दत्त की मारुति स्विफ्ट, ज्योति देवी की किया सोननेट कार, बलबीर की टाटा नेक्सॉन, हेमराज की आईटेन ग्रैंड, परस राम की क्रेटा और संजय कुमार की फॉर्चूनर गाड़ी जब्त की है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि ठगी मामले में एसआईटी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। डीजीपी ने कहा कि ठगी मामले से जुड़े लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।