शिमला-23 अप्रैल (rhnn) : हनुमान प्राकट्य दिवस के दिन बजरंगबली की उपासना एवं आराधना का विशेष महत्त्व है। हनुमान चालीसा की श्रेष्ठता एवं प्रभावशीलता का ज्ञान सभी को है कि किस तरह हनुमान चालीसा व्यक्ति के जीवन में अनूठे परिवर्तन ला सकती है।
हनुमानजी को संकट मोचन कहा गया है, अर्थात वे भक्तों के संकट को क्षण में समाप्त कर देते है। हनुमानजी के लिए कोई भी कार्य करना असंभव नहीं है। राम नाम की महिमा तो सर्वविदित है, पर रामदूत हनुमान की महिमा भी अपरम्पार है। हनुमानजी के दिन मंगलवार को राम नाम को ह्रदय में विराजमान कर हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमानजी की भक्ति एवं आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालु नज़र आए ।
हनुमान चालीसा का वाचन एवं श्रवण हेतु श्री संकट मोचन सेवा दल ने प्राकट्य दिवस पर 108 बार चालीसा पाठ का आयोजन किया गया । हनुमान चालीसा के गुणगान से सारा वातावरण भक्तिमय नज़र आया ।इस उपलक्ष पर अनिल, अनूप, भानु, संजय, इशू, प्रेम, धरमेंदर, सुनील, कमल शर्मा, वनीत गोयल, दीपक, प्रदीप, अंकित, देवेंदर, कमल जीत डोगरा, अंकुश, राजीव पट्याल सहित अन्य श्रद्धलु ने हनुमान चालीसा का पाठ किया ।