शिमला-13 जून (rhnn) : रामलोक के मुख्य संस्थापक स्वामी अमरदेव ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि अयोध्या कोई राजनिति का अखाड़ा नही है और अयोध्या को राजनिति से जोड़ना उचित नहीं है। जब उनसे पूछा गया की भाजपा के प्रत्याशी वहां से हार गए तो स्वामी जी ने विस्तृत बताया कि अयोध्या प्रभु राम जी की नगरी है और वहां राजनीति नहीं होनी चाहिए जो कर्म करेगा उसको उसके अनुरूप परिणाम मिलेगा, जिसने मेहनत की उसे राम जी ने जीता दिया बस इतना ही है। स्वामी अमरदेव जी ने कहा की अयोध्या एक पवित्र स्थान है और स्वयं श्री राम जी वहां पर विराजते है इसलिए वह पुण्य भूमि है जो जैसा करेगा वैसा फल पाता है। अयोध्या को राजनिति से जोड़ना अत्यंत गलत है।
स्वामी अमरदेव ने प्रेस को बताया कि इस बार लोकसभा चुनाव में सभी राजनितिक दल के नेताओं ने रामलोक में जीत के लिए यज्ञ हवन करवाया चाहे वो एनडीए के नेता हो या इंडिया का गठबंधन हो सभी नामी नेताओ ने खुद आकर वो किसी व्यक्ति को भेजकर रामलोक में जीत के लिए यज्ञ हवन करवाया जिससे उनकी जीत निश्चित हुई है। स्वामी अमरदेव ने कहा कि रामलोक सभी प्राणियों का भला चाहता है और सदेव उनके भले के लिए प्रभु के प्रार्थना करते है।