शिमला 16 अक्टूबर (RHNN) : आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संजौली इकाई का नव कार्यकारिणी का गठन किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला संगठन मंत्री प्रदीप ठाकुर जी तथा चुनाव अधिकारी के रूप में जिला संयोजक दिविज ठाकुर जी विशेष रूप से उपस्थित रहे | संजौली इकाई की नव कार्यकारिणी मे ऋतिक इकाई अध्यक्ष तथा शिवांश जी को इकाई सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। नव कार्यकारिणी गठन में चुनाव अधिकारी के रूप में दिविज जी ने नई कार्यकारिणी की घोषणा की ।
दिविज ठाकुर जी ने कहा विद्यार्थी परिषद मे हर कार्यकर्ता को नेतृत्व करने का अवसर मिलता है। संजौली नवगठित कार्यकारिणी आने वाले समय में महाविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाएगी व उनका समाधान करेगी। ऋतिक जी ने कहा – “परिषद ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, मैं उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाऊँगी। हमारा उद्देश्य सुन्नी क्षेत्र के विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान करना और उन्हें राष्ट्रहित के कार्यों से जोड़ना होगा। इकाई सचिव शिवांश जी ने कहा हम हर विद्यार्थी तक पहुँचने और उनकी आवाज़ को बुलंद करने का कार्य करेंगे।”
जिला संगठन मंत्री प्रदीप ठाकुर जी ने कहा कि आज विद्यार्थी परिषद भारत का सबसे बड़ा छात्र संगठन है क्योंकि यह विद्यार्थियों की वास्तविक समस्याओं को उठाता है। हमें याद रखना चाहिए कि विद्यार्थी ही राष्ट्र की रीढ़ हैं, और जब विद्यार्थी जागरूक होंगे तभी राष्ट्र सशक्त होगा।” संजौली महाविद्यालय शिक्षा और संस्कृति की दृष्टि से हमेशा अग्रणी रहा है। यहाँ के विद्यार्थी अपनी मेधावी प्रतिभा और सामाजिक चेतना के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में एबीवीपी की सक्रिय इकाई का नवगठन इस परंपरा में एक नया अध्याय जोड़ता है। संजौली इकाई का यह नवगठन केवल एक साधारण प्रक्रिया नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में ऊर्जा, उत्साह और राष्ट्रनिर्माण की चेतना जगाने वाला अवसर है। नवगठित कार्यकारिणी की नियुक्ति परिषद की उस परंपरा को आगे बढ़ाती है जिसमें हर विद्यार्थी को नेतृत्व का अवसर मिलता है और संगठन समाजहित के कार्यों में सदैव अग्रणी रहता है।
आने वाले वर्ष में संजौली इकाई न केवल विद्यार्थियों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करेगी, बल्कि शिक्षा, संस्कृति और सामाजिक गतिविधियों में भी नई ऊँचाइयों को प्राप्त करेगी। नवगठित कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष मयूर दीपटा, आकर्ष, देव करण व सह सचिव सुजल नर्गेटा, मनन को दायित्व दिए गए । इनके अतिरिक अन्य 70 कार्यकर्ताओं को कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण दायित्व सौंपे गए।

