शिमला-26 मई (rhnn) : राजधानी शिमला में लोग अक्सर सड़कों पर जाम से जूझते नजर आते हैं। टूरिस्ट सीजन में हालात बेकाबू हो जाते हैं। गर्मियों के मौसम में बड़ी संख्या में राजधानी शिमला का दीदार करने के लिए पर्यटक पहुंचते हैं। शिमला की संकरी सड़कों पर ट्रैफिक प्रबंधन करना सबसे बड़ी चुनौतीपूर्ण कार्य है। ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक करने के लिए ‘वन मिनट ट्रैफिक प्लान’ One Minutes Traffic Plan लागू किया गया है, ताकि लोगों के समय की बचत हो सके। इन दिनों शिमला की मुख्य सड़कों पर हर 100 मीटर की दूरी पर पुलिस के जवान तैनात देखे जा सकते हैं
सड़कों पर उतरे एसपी
शिमला में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए एसपी संजीव कुमार गांधी खुद कई बार सड़कों पर उतरे और ‘वन मिनट ट्रैफिक प्लान’ का जायजा लिया। एसपी ने कहा कि यह प्लान दफ्तर में बैठकर नहीं बनाया गया है, पूरे सोच-विचार के साथ प्लान बनाया गया है। एसपी का कहना है कि लक्कड़ बाजार से विक्ट्री टनल पर ट्रैफिक की समस्या पर ज्यादा फोकस है। बता दें कि यह व्यवस्था से खास तौर पर स्कूली बच्चों और दफ्तर आने वाले लोगों के लिए बनाई गई है, ताकि वह समय पर दफ्तर स्कूल पहुंच सकें।
इस प्लान के अनुसार, सुबह 9:25 से 9:50 तक सोलन और शोघी की तरफ से आने वाले वाहनों को विक्ट्री टनल-103 के बजाय वाया टुटीकंडी-आईएसबीटी- खलीनी होते हुए भेजा जा रहा है। विक्ट्री टनल-103 से केवल लोकल और अन्य बसों को ही आने दिया जा रहा है। पीक ऑवर्स में तारादेवी, हीरानगर और छराबड़ा से शिमला आने वाले वाहनों को 5 से 12 मिनट के लिए रोका जा रहा है। प्लान के तहत गाड़ियों 40:20, 30:30 और 20:40 सेकंड्स के अनुपात में रोका और छोड़ा जा रहा है। यह प्लान कहीं ना कहीं शहरों के रेड लाइट प्लान की तरह है। मीडियम फ्लो में ट्रैफिक को 40:20 के फार्मूले के तहत 40 सेकंड के लिए गाड़ियां रुकेंगी और फिर 20 सेकंड के लिए छोड़ी जाएंगी। ट्रैफिक सामान्य होने पर 30-30 सेकंड की मूवमेंट रहेगी। इसी तरह ज्यादा गाड़ियों का फ्लो होने पर 20 सेकंड का हॉल्ट रहेगा और 40 सेकंड के लिए फिर ट्रैफिक चालू होगा ।
शिमला पुलिस का कहना है कि इस प्लान से शहर के 16 विभिन्न कंजेशन प्वाइंट पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। शिमला ट्रैफिक पुसिल के इस प्लान को लेकर लोगों की ओर से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग पुलिस के इस ट्रैफिक प्लान को सही बता रहे हैं, तो कुछ लोगों कहना है कि कुछ देर ट्रैफिक रोकना समस्या का समाधान नहीं है।