शिमला-25 मई (RHNN) : हिमाचल प्रदेश में बिजली का उत्पादन बढ़ गया है। इस बार बिजली उत्पादन में देरी से बढ़ोतरी हुई है लेकिन प्रदेश के लिए यह अच्छी बात है। क्योंकि प्रदेश की बिजली की डिमांड दूसरे राज्यों में बढ़ी है। बिजली को लेकर जहां एक तरफ हिमाचल सरकार अपने करार दूसरे राज्यों से कर रही है। वहीं बोर्ड भी अपने स्तर पर अपनी बिजली बेच रहा है।जानकारी के अनुसार, प्रदेश देश की बिजली परियोजनाओं में अब उत्पादन 80 फीसदी तक चला गया है। बारिश ना होने के कारण पिछले दिनों में यहां बिजली उत्पादन घट गया था, जिसके चलते उद्योग क्षेत्रों में अघोषित कट भी लग रहे थे। अब बिजली बोर्ड के पास रोजाना 350 लाख यूनिट से ज्यादा बिजली उपलब्ध है।
दूसरे राज्यों को भी बिजली बेचने पर करार हो चुका है। अरूणाचल कॉरपोरेशन के माध्यम से हिमाचल की बिजली को बाहर बेचा जा रहा है, जिसके लिए पंजाब और दिल्ली के साथ करार हुए हैं। पंजाब को बैंकिंग की बिजली की वापसी भी की जा रही है। इस समय बाजार का भाव भी 3 रूपए 40 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से मिल रहा है, जिस दर पर अभी करार हो गए हैं। उम्मीद है कि 30 से 40 करोड़ रुपए रोजाना की बिजली हिमाचल बेचेगा। 15 अक्टूबर तक ही यह सिलसिला चलेगा। इसके बाद यहां विंटर सीजन शुरू हो जाता है और तब बिजली की कमी होनी शुरू हो जाती है। राज्य सरकार ने पिछले साल 31 मार्च तक परियोजनाओं से अपने हिस्से की बिजली के रूप में 1300 करोड़ रुपए की कमाई की है। इस साल भी जिस तरह से डिमांड आ रही है तो उम्मीद है कि इससे ज्यादा की कमाई प्रदेश की होगी।