शिमला-13 जनवरी (rhnn) : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कद्दावर नेता शरद यादव का गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। नेता के निधन के खबर की पुष्टि उनकी बेटी शुभासिनी शरद यादव ने की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर लिखा, “पापा नहीं रहे.” बता दें कि शरद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शरद यादव के निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” शरद यादव के निधन से बहुत दुख हुआ. अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक समानता और कमज़ोर वर्गों के उत्थान में शरद यादव का योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
बता दें कि शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का 20 मार्च, 2022 को राष्ट्रीय जनता दल में विलय हुआ था। उनके इस कदम को उनके सहयोगियों के पुनर्वास के प्रयास के रूप में देखा जा रहा था क्योंकि जनता दल (यू) नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग होने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाई थी लेकिन उसका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा। उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव आरजेडी के टिकट पर लड़ा था। वहीं, उनकी बेटी ने 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लड़ा था। उस समय कांग्रेस राजद नीत गठबंधन में शामिल थी।