शिमला-12 सितंबर (rhnn) : संजौली के मस्जिद मामले में हिमाचल प्रदेश सरकार की शय पर पुलिस द्वारा हिंदू समाज के ऊपर किए गए लाठीचार्ज का विश्व हिंदू परिषद हिमाचल प्रदेश कड़ी निंदा व भर्त्सना करता है। भारतवर्ष में अपनी बात को रखना तथा शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन, आंदोलन करने की इजाजत भारत का संविधान हमें देता है । इसके अनुरूप ही हिंदू समाज अपना एकत्रीकरण व प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से कर रहा था।इसे जोर जबरदस्ती दबाने का प्रयास बहुत ही निंदनीय है। प्रदर्शन करने वाले किसी भी हिंदू भाई या बहन ने किसी प्रकार के धार्मिक सोहद्र को तोड़ने का प्रयास नहीं किया, किसी भी प्रकार से पुलिस व सरकार के विरोध में नारेबाजी नहीं की। अन्यथा केवल जय श्री राम और भारत माता की जय के उद्घोष किया जा रहा था, तो क्या हिमाचल प्रदेश के अंदर भारत माता की जय बोलना गुनाह हो गया है। ज़ीसकी सजा सरकार ने किसी की टांग को तोड़कर पुरी की, किसी का सर और जहां जहां भी संभव था मार पीट की। न औरतों न ही बच्चों तक का लिहाज किया गया। ऐसी संवेदनहीन पुलिस व प्रशासन को लानत है। जिन्होंने अवैध तरीके से मस्जिद का निर्माण बहुमंजिला इमारत के तौर पर कर दिया है,उसे गिराना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए थी ना कि हिंदुओं पर लाठी चार्ज शब्द डंडे बरसाने की।हिमाचल प्रदेश की 95% से अधिक आबादी हिंदू बहुल है और हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है इस देवभूमि को दानव भूमि के रूप में परिवर्तित करने वाले व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए ।लगातार बाहर से आने वाले प्रवासी व्यक्ति बिना वेरिफिकेशन के हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग स्थान में निवास कर रहे हैं, तथा हमारे व्यापार के संसाधन, वहां साधुओं के भेष में गलत कार्य करने को करते है, गो तस्करी को अंजाम देते है,बहन बेटियों को भगाने का प्रयास करना यह सभी करनामें उनके द्वारा किए जा रहे हैं।
हम हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग करते हैं की पुलिस वेरिफिकेशन प्रत्येक व्यक्ति की जहां से वह मूलत ताल्लुक रखता है,वहां की पंचायत व पुलिस स्टेशन से होनी चाहिए,उसके बाद उसे हिमाचल प्रदेश में एंट्री मिलनी चाहिए। चाहे वह व्यापार करने के लिए आया हो या अपना धार्मिक प्रचार के लिए आया हो। हिमाचल प्रदेश विश्व हिंदू परिषद आंदोलन करने वाली प्रत्येक संस्था, सभी हिंदुओं के साथ खड़ी है व आंदोलन का समर्थन करती है तथा हिंदू समाज के लिए किसी भी प्रकार का कोई भी कदम उठाने के लिए कटिबढ है। विश्व हिंदू परिषद ने इस विषय को लेकर सारे प्रदेश में देवभूमि संघर्ष समिति के माध्यम से सभी धार्मिक सामाजिक संस्थाओं को जोड़कर मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन प्रेषित किया गया ताकि हिमाचल प्रदेश के वातावरण को शांत रखा जा सके ।हम कानून का सम्मान करने करते हैं । लेकिन केवल हिंदुओं को कमजोर समझना एक गलत नॉरेटिव्स सेट हो चुका है ,इसे प्रत्येक व्यक्ति को अपने दिमाग से निकाल देना चाहिए कि हिंदू सहनशील है, कमजोर नहीं। इस प्रकार की घटनाएं प्रदेश के अलग-अलग स्थान में सरकारी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है, जिसका ताजा उदाहरण मंडी लोक निर्माण विभाग की जमीन पर कब्जा कर कर मस्जिद का निर्माण कर दिया गया, इसी प्रकार के प्रदेश के अलग-अलग स्थान के ऊपर ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है, सरकार को तुरंत प्रभाव से इन एंक्रोचमेंट्स को तोड़ना चाहिए। देवभूमि को सुरक्षित करने के लिए प्रशासन को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद मांग करती है हिमाचल प्रदेश में ऐसी अवैध सरकारी जमीन पर कब्जा को तुरंत प्रभाव से खाली करवाया जाए तथा सरकार एवम प्रशासन इसकी जिम्मेदारी लेते हुए संजौली के अंदर अवैध तरीके से निर्माण मस्जिद को तुरंत प्रभाव कानूनी तरीके से हटाए ।