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शारदीय नवरात्र का तीसरा दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा

शिमला-17 अक्टूबर (rhnn) : शारदीय नवरात्रि का आज तीसरा दिन है। आज के दिन दुर्गा मां के तीसरे स्वरूप देवी चंद्रघंटा की पूजा-उपासना की जाएगी। मान्यता है कि आज आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मां चंद्रघंटा की पूजा करने से दांपत्यजीवन में खुशियां आती हैं। ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि आपकी शादीशुदा जिंदगी सुखमय रहे तो आज के दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा जरूर करें। श्रद्धा भाव से पूजा-अर्चना करने से मां की कृपा अपने भक्तों पर बनी रहती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। मां पार्वती का रौद्र रूप हैं मां चंद्रघंटा। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां पार्वती ने राक्षसों से युद्ध करने के लिए रौद्र रूप धारण किया था, ताकि इनसे मुक्ति मिल सके। मां चंद्रघंटा के पूजा मंत्र :

“या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः।”
पिंडज प्रवरारूढा, चंडकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यं, चंद्रघंटेति विश्रुता।।
ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥

आप आज के दिन मां चंद्रघंटा की पूजा विधि-विधान, सच्चे मन और श्रद्धा भाव से करें तो आप पहले से अधिक साहसी और निडर हो सकते हैं। कुंडली में मौजूद शुक्र ग्रह से संबंधित दोष भी दूर होता है। ऐसा इसिलए, क्योंकि मां चंद्रघंटा का संबंध शुक्र ग्रह से भी है। यदि आप अपने परिवार में सुख-समृद्धि लाना चाहते हैं तो भी देवी की पूजा करने से लाभ होता है। इससे वे प्रसन्न होकर परिवार की रक्षा करती हैं। शादी में रुकावट आ रही है तो दुर्गा के इस स्वरूप की पूजा करने से रिश्ता जल्दी तय हो सकता है. शादी में आ रही अड़चनें दूर होती हैं। जो लोग बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते हैं, तनाव अधिक लेते हैं, उन्हें मां चंद्रघंटा की पूजा जरूर करनी चाहिए।

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