शिमला 16 अगस्त 2025 (RHNN) : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा कॉलेज शिक्षकों की सेवानिवृत्ति तिथि को शैक्षणिक सत्रांत तक करने के फैसले का सरकारी कॉलेज प्रिंसिपल्स वेलफेयर एसोसिएशन ने स्वागत किया है। एसोसिएशन ने इस निर्णय को ऐतिहासिक और दूरदर्शी करार दिया है। अब विश्वविद्यालयों की तर्ज पर कॉलेजों में भी शिक्षकों की सेवानिवृत्ति सत्र के अंत में होगी। ज्ञात रहे कि कॉलेज और विश्वविद्यालय, दोनों का शैक्षणिक सत्र जून माह में समाप्त होता है। एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. रूचि रमेश ने कहा कि यह कदम छात्रों के हित को सर्वोपरि रखता है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें यह सिखाता है कि सच्ची देशभक्ति कर्म में झलकती है और शिक्षा से बढ़कर राष्ट्र सेवा का कोई माध्यम नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री का यह निर्णय शिक्षा और व्यवस्था परिवर्तन की दिशा में बड़ा कदम है।
डॉ. रमेश ने कहा कि प्रदेश के अनेक कॉलेजों में लंबे समय से शिक्षकों की कमी है। ऐसे में सत्रांत में सेवानिवृत्ति से न केवल छात्रों को तत्काल राहत मिलेगी बल्कि कार्यभार का समुचित वितरण और समय-सारिणी की योजना बनाना भी आसान होगा। यह निर्णय विश्वविद्यालयों की प्रथाओं के अनुरूप समानता लाएगा और उच्च शिक्षा को और अधिक प्रभावी बनाएगा। हिमाचल प्रदेश सरकारी कॉलेज प्रिंसिपल्स वेलफेयर एसोसिएशन, प्रदेश के सभी सरकारी कॉलेज प्रिंसिपलों का प्रतिनिधित्व करती है और लंबे समय से यह मांग कर रही थी कि विश्वविद्यालय की तर्ज पर सत्रांत में सेवानिवृत्ति की व्यवस्था लागू की जाए। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर इस मांग को पूरा कर शिक्षकों और छात्रों दोनों को राहत दी है।