*काजा लाहौल एवं स्पीति 12 अप्रैल (rhnn) : हिमाचल दिवस के अवसर पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अधीन चल रहे राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, हिमाचल को सिविल सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया है। यह सम्मान हिमाचल राज्य में टीबी से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम हिमाचल द्वारा किए गए सफल कार्यों की उपलब्धियों के लिए है। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, हिमाचल प्रदेश टीम को मिले इस पुरस्कार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंधक श्री सुदेश कुमार मोख्टा तथा निदेशक स्वास्थ्य सेवायें एवं उप-प्रबंधक निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉक्टर श्री गोपाल बेरी द्वारा आज हिमाचल दिवस के अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश से प्राप्त किया गया।
वर्ष 2025 तक देश को क्षय रोग से मुक्ति दिलाने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है हिमाचल में टीबी विभाग द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास सफल हो रहा है इन्ही प्रयासों के परिणाम है कि 2022 में टीबी उन्मूलन की दिशा में हिमाचल प्रदेश के जिला लाहौल एवं स्पीति सहित आठ जिलों को कांस्य पदक और चार जिलों ने रजत पदक जीते है ओर हिमाचल प्रदेश टीबी उन्मुलन लक्ष्य को हासिल करने कि दिशा में पुरजोर कोशिश कर रहा है।नीति आयोग ने टीबी उन्मूलन में किये गए प्रयासों में संपूर्ण भारत में हिमाचल प्रदेश को प्रथम स्थान दिया है। भारत सरकार ने राज्य को 2019 , 2020 , 2021 और 2022 में देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में टीबी जांच दर (TB Testing Rate) देशभर में सबसे अधिक है। जहां देश मे एक लाख कि आबादी में सिर्फ 1239 लोगों कि जांच होती हैं हिमाचल में एक लाख कि आबादी में 3975 लोगों कि जांच यानी अन्य राज्यों कि अपेक्षा चार गुणा प्रदेश में टीबी जांच दर हैं जो कि टीबी उन्मुलन कार्यक्रम का मुख्य मापदण्ड है।
इस अवसर पर राष्ठ्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री सुदेश कुमार मोक्टा ने प्रदेश कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम टीम व , राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा की सभी अपने प्रयासों को जारी रखें तथा टीबी रोगियों के प्रति सहानुभूति और सम्मान देने के साथ ही पोषण कि व्यवस्था करना बहुत महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा है कि विभाग द्वारा सभावित रोगियों कि जांच में ओर अधिक तेजी लाकर शीघ्र उपचार मुहैया करना ही सफल कार्य का नतीजा है। जन समुदाय में टीबी के प्रति जागरूकता पैदा करना, दूरस्थ क्षेत्रो में मरीजों तक विभाग की पहुँच से ही क्षय रोग मुक्त समाज की स्थापना संभव है !
इस अवसर पर डॉक्टर गोपाल बेरी जो राज्य क्षय रोग अधिकारी के रूप में इस कार्यक्रम से जुड़े रहे है ने कहा है कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, हिमाचल ने स्थानीय स्तर पर टीबी से जुड़ी समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरकार द्वारा इस सम्मान के जरिए राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, हिमाचल के संचालन और प्रबंधन की उत्कृष्टता को सम्मानित किया गया है जो कि टीबी उन्मुलन कार्यक्रम टीम के लिए गौरव कि बात है।