शिमला 29 अगस्त, 2025 (RHNN) : डुम्मी पंचायत में शुक्रवार को स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान का आयोजन पंचायत के उप-प्रधान गौरव, वेस्ट वारियर्स टीम तथा आयुर्वेदिक विभाग के संयुक्त प्रयास से किया गया। अभियान के दौरान ग्रामीणों को स्वच्छता के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। लोगों को बताया गया कि गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग रखने से न केवल कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन संभव है, बल्कि इससे पर्यावरण प्रदूषण भी कम किया जा सकता है। साथ ही, प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों पर भी चर्चा की गई। आयुर्वेदिक विभाग के प्रतिनिधियों ने स्वच्छ पर्यावरण के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभावों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गंदगी और प्रदूषण कई बीमारियों को जन्म देते हैं, जबकि स्वच्छ माहौल में रहना सेहतमंद जीवन की कुंजी है।
उप-प्रधान गौरव ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता केवल सरकार या पंचायत की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने घर और आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखे। उन्होंने कहा कि यदि हर व्यक्ति इस दिशा में छोटे-छोटे प्रयास करे तो गांव और समाज दोनों स्वस्थ और सुंदर बन सकते हैं। वहीं, वेस्ट वारियर्स टीम ने ग्रामीणों को कचरे के वैज्ञानिक निपटान के तौर-तरीके भी सिखाए। टीम ने लोगों को उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि किस तरह कचरे को अलग करने और उसका सही ढंग से निस्तारण करने से गांव को प्रदूषण मुक्त बनाया जा सकता है। अभियान में ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी दिखाई और गांव को स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने का संकल्प लिया। ग्रामीणों ने कहा कि इस तरह के जागरूकता अभियान समय-समय पर होते रहने चाहिए ताकि लोगों में साफ-सफाई के प्रति जिम्मेदारी की भावना बनी रहे।